सागर ।लोकसेवक अपने व्यस्ततम कार्यों में चिंता, अवसाद से हटकर स्वयं में सकारात्मकता का प्रभाव बढ़ा सके इस उद्देश्य में कलेक्टर संदीप जीआर के निर्देशन एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी विवेक के वी जिला पंचायत सागर के मार्गदर्शन में जिला सागर के प्रत्येक विकासखण्ड में अल्पविराम परिचय कार्यशाला विभिन्न विभागों के लोकसेवकों को आयोजित की जा रही है । इसी क्रम में 5वी कार्यशाला 6 अक्टूबर सोमवार को जनपद पंचायत बण्डा के सभागार में आयोजित की गई । कार्यक्रम में सर्वप्रथम मुख्य अतिथियो के द्वारा माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करते हुये दीप प्रज्ज्वलित किया गया । कार्यक्रम के बारे में उन्होंने कहा कि हमारे जीवन में यह आवश्यक है कि हम सभी स्वयं के भीतर झांके एवं देखें कि क्या हम भी मोबाईल की तरह एक एंटी वायरस अपने मन में भी चलाकर अपनी नकारात्मकता अवसाद चिंता इत्यादि को हटा पा रहे है एवं तनाव मुक्त आनंद पूर्ण जीवन के लिए आगे बढ़ पा रहे है यह एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है जो प्रत्येक लोकसेवक को निरंतर लेते रहना चाहिये । कार्यक्रम की रुपरेखा एवं क्यो आवश्यक है इस पर विस्तृत जानकारी रामकेश तेकाम जिला समन्वयक आनंद विभाग जिला सागर के द्वारा दी गई । जीवन में आनंद क्यो आवश्यक है कैसे इसे जीवन में स्थायी करे एक सत्र के माध्यम से आनंद विभाग के मास्टर ट्रेनर अनिल राय द्वारा बताया है जीवन की सुख दुःख की बैलेस शीट सत्र को रामकेश तेकाम के द्वारा बताया गया । उन्होने कहा जीवन की बैलेस शीट मुनाफे में तभी जायेगी जब हम नुकसान के खातें यनि रंज शिकायतें और नकारात्मकता को समझ कर कम कर पाएंगे । तो अपने जीवन की लाईक वैलेस को मुनाफा में कर पायेंगे । अगले सत्र में स्वयं से स्वयं की मुलाकात संपर्क सुधार एवं सुदिशा सत्र पर जीवन रजक ने प्रतिभागी के साथ अपने अनुभव साझा किये और इसी क्रम में मुक्ति पात्र के द्वारा रामकेश तेकाम अपने जीवन के अनुभवों के माध्यम से प्रतिभागियों को साझा किये । कार्यक्रम के अंत में प्रतिभागियों ने अपने अनुभव एवं फीडबैक प्रदान किये । सभी को प्रमाणपत्र प्रदान किये गये एवं कार्यक्रम का समापन किया गया ।
बाहरी आवरण को हटाकर अंतरात्मा से जुड़ने की प्रक्रिया है अल्पविराम