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अंधे कत्ल का खुलासा: अज्ञात शव की पहचान करते हुए नरयावली पुलिस ने दो आरोपियों किया गिरफ्तार

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ज्ञान गुण सागर/सागर। दिनांक 25.11.2025 को सूचनाकर्ता गोदन पिता स्व. रल्ली रैकवार उम्र 48 वर्ष निवासी ग्राम मूडरा जरूआखेडा द्वारा सूचना दी गई कि शक्ति घाटी की पहाड़ी में केम के पेड़ के पास एक अज्ञात व्यक्ति (उम्र लगभग 40–45 वर्ष) का शव पड़ा हुआ है। सूचना पर चौकी जरूआखेडा में मर्ग क्रमांक 00/2025  बाद में थाना नारयावली में मार्ग क्रमांक 55/25 धारा 194 बीएनएसएस कायम कर जांच में लिया गया।
मामला “अंधा कत्ल” होने से अज्ञात मृतक की पहचान के लिए पुलिस द्वारा मृतक की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल की गई।पंपलेट बनवाकर क्षेत्र में चिपकाए गए। कंट्रोल रूम के माध्यम से आसपास के जिलों में  गाँवों व थाना क्षेत्रों  में संपर्क कर जानकारी एकत्र की गई।

पुलिस के सतत प्रयासों से मृतक की पहचान निरंजन सिंह पिता फूलसिंह राजपूत निवासी ग्राम सरखड़ी थाना खुरई देहात के रूप में हुई।

मर्ग जांच के दौरान स्पष्ट हुआ कि मृतक की आरोपियों द्वारा पुरानी बुराई के कारण सिर पर पत्थर पटककर हत्या की गई है।जिस पर से थाना नरयावली में अपराध क्रमांक 309/2025 धारा 296(बी), 103(1), 115(2), 238(ए), 3(5) बीएनएस पंजीबद्ध किया गया।

पुलिस अधीक्षक विकाश कुमार शाहवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लोकेश कुमार सिन्हा एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस राहतगढ़ योगेन्द्र सिंह भदौरिया के मार्गदर्शन में विशेष टीम गठित की गई।

टीम द्वारा सतत तकनीकी व मुखबिर सूचना के आधार पर हत्या में शामिल आरोपी— रूपसिंह राजपूत निवासी सरखड़ी,शैतानसिंह राजपूत निवासी सरखड़ी, राजेशसिंह राजपूत निवासी सिलोदा की संलिप्तता पाई गई।

दिनांक 11 दिसम्बर को आरोपी रूपसिंह राजपूत एवं शैतानसिंह राजपूत को गिरफ्तार किया गया। दोनों आरोपियों को न्यायालय में प्रस्तुत कर माननीय न्यायालय के आदेशानुसार केंद्रीय जेल सागर दाखिल किया गया है। तीसरे आरोपी की गिरफ्तारी हेतु सतत प्रयास जारी हैं।

मृतक की पहचान करने एवं अंधे कत्ल को सुलझाने में 
निरीक्षक कपिल कुमार लाक्षाकार, थाना प्रभारी नरयावली
उप निरीक्षक आरकेएस चौहान कंट्रोल रूम उपनिरीक्षक अनिल कुजूर सउनि जगन्नाथ यादव प्रधान आरक्षक सौरभ रैकवार साइबर सेल प्रआर जितेंद्र दुबे प्रआर खेमचंद्र चौधरी प्रआर भरत सिंह आर  दिलीप गुर्जर अधिकारियों-कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

इनके द्वारा निरंतर मेहनत, तकनीकी विश्लेषण, सोशल मीडिया के माध्यम से पहचान और त्वरित कार्रवाई कर आरोपियों को गिरफ्तार करने में उल्लेखनीय भूमिका निभाई गई।


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